
आज का पंचांग और चौघड़िया, राहुकाल, तिथि: 10 जून 2024
आज का पंचांग
- तिथि: एकादशी
- वार: सोमवार
- संवत्सर: विक्रम संवत 2081
- अयन: उत्तरायण
- ऋतु: ग्रीष्म
- मास: ज्येष्ठ मास
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
नक्षत्र
- नक्षत्र: विशाखा नक्षत्र
- नक्षत्र प्रारंभ: 10 जून 2024 को प्रातः 08:30 बजे
- नक्षत्र समाप्त: 11 जून 2024 को प्रातः 05:45 बजे
योग
- योग: सुकर्मा योग
- योग प्रारंभ: 10 जून 2024 को प्रातः 07:15 बजे
- योग समाप्त: 11 जून 2024 को प्रातः 04:30 बजे
करण
- करण: वणिज करण
- करण प्रारंभ: 10 जून 2024 को दोपहर 01:45 बजे
- करण समाप्त: 11 जून 2024 को प्रातः 11:00 बजे
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: प्रातः 05:25 बजे
- सूर्यास्त: शाम 07:15 बजे
चंद्रमा
- चंद्रमा का राशि: वृश्चिक राशि
आज का चौघड़िया
चौघड़िया का उपयोग शुभ समय निकालने के लिए किया जाता है। यह दिन और रात में अलग-अलग होते हैं और कुल 8 भागों में बंटे होते हैं। आइए जानते हैं 10 जून 2024 के चौघड़िया मुहूर्त:
दिन का चौघड़िया
- चर: प्रातः 05:25 बजे से प्रातः 07:05 बजे तक
- लाभ: प्रातः 07:05 बजे से प्रातः 08:45 बजे तक
- अमृत: प्रातः 08:45 बजे से प्रातः 10:25 बजे तक
- काल: प्रातः 10:25 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक
- शुभ: दोपहर 12:05 बजे से अपराह्न 01:45 बजे तक
- रोग: अपराह्न 01:45 बजे से अपराह्न 03:25 बजे तक
- उद्वेग: अपराह्न 03:25 बजे से शाम 05:05 बजे तक
- चर: शाम 05:05 बजे से शाम 06:45 बजे तक
रात का चौघड़िया
- लाभ: शाम 07:15 बजे से रात 08:45 बजे तक
- अमृत: रात 08:45 बजे से रात 10:15 बजे तक
- काल: रात 10:15 बजे से रात 11:45 बजे तक
- शुभ: रात 11:45 बजे से रात 01:15 बजे तक
- रोग: रात 01:15 बजे से रात 02:45 बजे तक
- उद्वेग: रात 02:45 बजे से सुबह 04:15 बजे तक
- चर: सुबह 04:15 बजे से सुबह 05:45 बजे तक
- लाभ: सुबह 05:45 बजे से प्रातः 07:15 बजे तक
राहुकाल
राहुकाल अशुभ समय माना जाता है, इस समय किसी भी शुभ कार्य को करने से बचना चाहिए। 10 जून 2024 को राहुकाल का समय इस प्रकार है:
- राहुकाल: दोपहर 12:05 बजे से अपराह्न 01:45 बजे तक
दिशाशूल
दिशाशूल यात्रा के लिए अशुभ दिशा होती है। सोमवार को दिशाशूल पूर्व दिशा में होता है, इसलिए इस दिशा की यात्रा से बचना चाहिए।
तिथि का महत्व
आज एकादशी तिथि है, जो भगवान विष्णु की पूजा के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन व्रत रखकर और भगवान विष्णु की आराधना करके भक्तजन अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण कर सकते हैं। एकादशी व्रत को सभी व्रतों में सबसे श्रेष्ठ माना गया है।
आज के दिन का पंचांग और चौघड़िया देखकर आप अपने सभी कार्यों की योजना बना सकते हैं। शुभ समय में किए गए कार्य सफल होते हैं और उनका सकारात्मक परिणाम मिलता है। आज का दिन भगवान विष्णु की पूजा और उपासना के लिए अत्यंत शुभ है। राहुकाल में किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य को करने से बचें और दिशाशूल के समय यात्रा न करें। इस प्रकार आप अपने दिन को सफल और मंगलमय बना सकते हैं।