श्रावण की पुत्रदा एकादशी: संतान सुख पाने के सरल उपाय | स्वामी बलरामाचार्य जी महाराज

इस वर्ष 16 अगस्त 2024 को श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी, जिसे पुत्रदा एकादशी कहा जाता है, का व्रत मनाया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से भगवान लक्ष्मी नारायण को समर्पित है और इस दिन की पूजा से पवित्र फल की प्राप्ति होती है। इस व्रत को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ करना चाहिए, ताकि जीवन में सुख-समृद्धि और संतान सुख प्राप्त हो सके।

पारण का समय और पूजा विधि:

पुत्रदा एकादशी के व्रत का पारण 16 अगस्त 2024 को प्रातः 5 बजकर 32 मिनट से लेकर 8 बजकर 6 मिनट तक किया जाएगा। इस समय के बीच पारण करना आवश्यक है।

व्रत के दिन प्रातः जल्दी उठकर स्नान करें और शुद्ध वस्त्र धारण करें। भगवान लक्ष्मी नारायण, लड्डू गोपाल जी और शालिग्राम जी की पूजा करें। पूजा के दौरान उनका चरणोदक लें और भगवान की सुंदर आरती करें। ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें और अन्य सभी धार्मिक कृत्यों का पालन करें।