खानपान का सही समय: 10-20 साल और जीने का सरल तरीका | अनिरुद्धाचार्य जी

स्वस्थ और लंबी आयु की इच्छा किसे नहीं होती? आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में जहां लोगों का खानपान और जीवनशैली अनियमित हो गई है, वही सही समय पर भोजन करना और खानपान में सावधानी रखना जीवन को बेहतर बनाने के महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है। खासकर, सूर्यास्त के बाद भोजन करने से बचना एक ऐसा कदम है जो आपकी आयु बढ़ा सकता है और जीवन को रोगमुक्त रख सकता है।

सूर्यास्त के बाद भोजन: स्वास्थ्य पर प्रभाव

भारतीय संस्कृति में भोजन का समय और आहार के चयन का विशेष महत्व है। हमारे शास्त्रों और आयुर्वेद में इस बात का उल्लेख है कि सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करना चाहिए। इसके पीछे का वैज्ञानिक आधार भी महत्वपूर्ण है। सूर्यास्त के बाद हमारा पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे रात के समय किया गया भोजन पूरी तरह से पच नहीं पाता और शरीर में अम्लता, मोटापा, और अन्य समस्याएं पैदा होती हैं।

यह देखा गया है कि जो लोग रात के समय भारी भोजन करते हैं, उनमें डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, और हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, रात में देर से भोजन करने से नींद की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है, जिससे शरीर को सही आराम नहीं मिल पाता और मानसिक तनाव बढ़ता है।

जैन धर्म की परंपरा: एक प्रेरणादायक उदाहरण

जैन धर्म में सूर्यास्त के बाद भोजन नहीं करने की परंपरा बहुत पुरानी है। इसे ‘अचरण संध्या’ कहा जाता है, जिसमें सूर्यास्त के बाद कोई भी खाद्य पदार्थ ग्रहण नहीं किया जाता। इसका उद्देश्य केवल आध्यात्मिक नहीं, बल्कि स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है। जैन धर्म के अनुयायियों का मानना है कि सूर्यास्त के बाद खाना छोड़ने से न केवल शरीर शुद्ध होता है, बल्कि मन भी शांत रहता है।

जैन धर्म का यह सिद्धांत अब वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी सही साबित हो रहा है। कई शोधों ने यह दिखाया है कि जल्दी भोजन करने से शरीर की जैविक घड़ी (बायोलॉजिकल क्लॉक) के साथ तालमेल बैठाने में मदद मिलती है, जिससे जीवन में संतुलन बना रहता है।

कैसे करें बदलाव?

यदि आप अपनी जीवनशैली में यह बदलाव करना चाहते हैं और सूर्यास्त के बाद भोजन छोड़ने का प्रयास कर रहे हैं, तो इसके लिए कुछ सरल उपाय अपना सकते हैं:

  1. समय पर भोजन करें: दोपहर 5 बजे से पहले अपने भोजन को समाप्त करने की कोशिश करें। इससे आपका पाचन तंत्र भोजन को पूरी तरह से पचा पाएगा और रात को आराम मिलेगा।
  2. हल्का नाश्ता चुनें: यदि शाम को भूख लगती है, तो हल्के स्नैक्स का चयन करें। अंकुरित अनाज, सलाद, और दाल का सूप अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
  3. एक समय का भोजन: 40 वर्ष की आयु के बाद, एक समय भोजन करने की आदत डालें। दोपहर का भोजन ही मुख्य भोजन होना चाहिए और उसमें अधिक सलाद और फाइबरयुक्त आहार शामिल करें।
  4. पानी और दूध का सेवन: रात को भूख लगने पर पानी या हल्के दूध का सेवन करें। इससे भूख शांत होगी और शरीर को आवश्यक पोषक तत्व भी मिलेंगे।

पुरानी परंपराओं का महत्व

हमारे पूर्वजों की परंपराओं और उनके खानपान में गहरा विज्ञान छिपा हुआ था। वे जानते थे कि कैसे स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है। राजस्थान जैसे राज्यों में आज भी दाल-बाटी और चूरमा जैसी पारंपरिक खाने की विधियाँ हैं जो न केवल स्वादिष्ट हैं, बल्कि स्वास्थ्यवर्धक भी हैं। घी, मक्खन, और दही जैसे खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन किया जाता था, जिससे शरीर में ताकत और ऊर्जा बनी रहती थी।

आज, जब हम देख रहे हैं कि कैसे फास्ट फूड और अनियमित जीवनशैली के कारण लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, यह ज़रूरी हो गया है कि हम अपने खानपान पर ध्यान दें और पुरानी परंपराओं से कुछ सीखें।

आयुर्वेद और खानपान

आयुर्वेद, जो कि भारत की प्राचीन चिकित्सा पद्धति है, खाने-पीने के समय और उसकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देता है। आयुर्वेद में कहा गया है कि सही भोजन का सेवन न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक शांति भी प्रदान करता है।

सूर्यास्त के बाद खाना छोड़ने की परंपरा न केवल शरीर को हल्का और स्वस्थ बनाए रखती है, बल्कि आपके भीतर भी सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है।

स्वस्थ जीवन के लिए सही दिशा में कदम

यदि आप अपनी आयु को बढ़ाना चाहते हैं और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, तो सूर्यास्त के बाद भोजन छोड़ने का संकल्प लें। यह एक साधारण बदलाव है, लेकिन इसके फायदे आपको लंबे समय तक मिलेंगे। अपने परिवार और बच्चों को भी इस स्वस्थ आदत के महत्व से परिचित कराएं और उन्हें भी प्रेरित करें। याद रखें, स्वस्थ शरीर और मन के बिना जीवन का आनंद लेना संभव नहीं है। इसलिए, सही समय पर भोजन करें और स्वस्थ रहें।

संबंधित विषय

Anirudh Acharya ji 
ये विडियो भी देखें 
Video: मंत्रों के साथ सूर्य नमस्कार | दिव्य ज्योति जागृति संस्थान | योग

ये भी पढें

Weight loss and Energy: Importance of Healthy Morning Habits for Healthy Lifestyle
आयुर्वेद के लाभ: प्राकृतिक उपचार से स्वस्थ जीवन की ओर
Weight Loss: वजन घटाने का प्राचीन रहस्य | योग और ध्यान के माध्यम से फिट रहें